साइकिलिंग क्लब चंडीगढ़ का 114 वीं वाहिनी ने किया स्वागत। “डेजर्ट सफारी” चंडीगढ़ से लोंगेवाला तक 1000 किलोमीटर सफर तय करेगा।
खाजूवाला(दलीप नोखवाल) खाजूवाला 114 बटालियन सीमा सुरक्षा बल मुख्यालय पर चंडीगढ़ के भवन विद्यालय से साइकिल पर रवाना हुए बच्चे पहुंचे। यह बच्चे आजादी के 75 वे साल के अमृत महोत्सव के तहत साइकिल पर यात्रा करते हुए चंडीगढ़ से रवाना होकर लोंगेवाला पोस्ट के लिए निकले हैं। जो खाजूवाला पहुंचे। यहां बीएसएफ मुख्यालय पर इन बच्चों का भव्य स्वागत किया गया। वही खाजूवाला पुलिस भी इन बच्चों की सुरक्षा के लिए मौजूद रही।
सेक्टर बीकानेर बीएसएफ डीआईजी पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ व 114वीं वाहिनी के कमांडेंट महेंद्र सिंह की तरफ से डिप्टी कमांडेंट विनोद बड़सरा ने बच्चों का स्वागत किया। वहीं अधिकारियों के निर्देशन में साइकिलिंग करते हुए खाजूवाला पहुंचे बच्चों को लोकल एरिया में बीएसएफ के बारे में जानकारी दी। इस साइकिल यात्रा में कुल 21 बच्चे हैं, जिनमें से 11 लड़कियां व 10 लड़के तथा एक महिला टीचर के साथ 4 अध्यापक सतपाल सिंह, विजयपाल सिंह,अनिल शर्मा,सिमरत गिल और शीतल शर्मा के कुशल नेतृत्व में चंडीगढ़ के भवन विद्यालय से रवाना होकर साइकिल से लोंगेवाला पोस्ट के लिए रवाना हुए हैं। वही खाजूवाला पहुंचने पर डिप्टी कमांडेंट विनोद बड़सरा द्वारा बच्चों को भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकी का भ्रमण भी करवाया गया। जिसको लेकर बच्चों में काफी उत्साह देखने को मिला।डिप्टी कमांडेंट विनोद बड़सरा ने बताया कि यह कार्यक्रम छात्रों और शिक्षकों को हमारी “सीमा प्रहरी” के साथ बातचीत करने और वफादारी, देशभक्ति और अनुशासन के मूल्यों को सीखने का अवसर देगा। हमारा इरादा उन्हें बीएसएफ में शामिल होने और ईमानदारी से देश की सेवा करने के लिए प्रेरित और प्रेरित करना है।यह प्रत्यक्ष अनुभव इन प्रभावशाली युवा दिमागों पर प्रभाव छोड़ेगा और एक लंबा सफर तय करेगा। वे देख पाएंगे कि हमारे बीएसएफ के नायक, रक्षा की पहली पंक्ति, हमारी सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं वे कैसे जागते रहते हैं ताकि आमजन हर रात चैन से सो सकें।
वहीं सुरक्षा बलों की कार्यशैली एवं ड्यूटी को बच्चों ने देखा। बीएसएफ के साथ ही खाजूवाला पुलिस को बच्चों ने स्पेशल धन्यवाद दिया इस मौके पर टीचर भी उपस्थित रहे।