आदर्श विद्या मंदिर में आयोजित हुआ मातृशक्ति सम्मेलन।
आदर्श विद्या मंदिर में आयोजित हुआ मातृशक्ति सम्मेलन।
मातृशक्ति ही बालकों का सर्वांगीण विकास कर सकती है – अरुणा गुलगुलिया।
Zee update Rajsthan|Dalip nokhwal.
खाजूवाला, आदर्श विद्या मंदिर खाजूवाला में बालक-बालिकाओं के सर्वांगीण विकास में मातृशक्ति का योगदान विषय की चर्चा हेतु मातृशक्ति सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें खाजूवाला क्षेत्र की महिलाओं ने बढ-चढकर भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सुमन कनिष्ठ अभियंता ग्राम पंचायत 40 केवाईड़ी ने की। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि अरुणा गुलगुलिया ने कहा कि आज मातृशक्ति को अपने अधिकारों तथा कर्तव्य की जानकारी की आवश्यकता है, मातृशक्ति ही बालकों का सर्वांगीण विकास कर सकती है। शिवाजी जैसे छत्रपति सम्राट को बनाने वाली और कोई नहीं उनकी मां ही थी। आज देश में महिलाओं को बराबर अधिकार दिया गया है। परंतु अपने अधिकारों की जानकारी के अभाव में मातृशक्ति पिछड़ती जा रही है। लेकिन जहां शिक्षा का प्रसार है वहां मातृ शक्ति अपने बच्चों को खेल, शिक्षा, चिकित्सा, सेना सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ा रही हैं। कार्यक्रम की मुख्य अध्यक्ष ज्योति सांखला ने कहा कि हमें अपने बच्चों के साथ भेदभाव पूर्ण रवैया नहीं अपनाना चाहिए। हमें अपने बच्चों के साथ समान व्यवहार करना चाहिए। परंतु कुछ महिलाएं अपने पारिवारिक परंपराओं के बंधन में फंसकर अपने ही बेटी को उसके अधिकारों से वंचित कर रही है। वे आज भी अपने पुत्र को जहां खुली आजादी प्रदान करती हैं। दूसरी तरफ अपनी ही बच्चियों को बंधन में डालकर उनका जीवन कारागार जैसा बना देती हैं। लड़के व लड़कियों के साथ सम्मान व्यवहार हो आज ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं है जहां लड़कियों ने अपना दमखम नहीं दिखाया हो। हर क्षेत्र में लड़कियां लड़कों के साथ बराबरी कर रही हैं।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता मोहन जोशी जोधपुर प्रांत कार्यकारिणी सदस्य ने कहा कि उनका आगमन खाजूवाला विद्यालय का उत्कृष्ट की दृष्टि से अवलोकन का था उन्होंने कहा कि नवरात्र की स्थापना से पूर्व ही उन्हें, मातृशक्ति का आशीर्वाद प्रदान हुआ है। ऐसा उनका सौभाग्य है उन्होंने कहा कि मातृशक्ति को आदर्श विद्या मंदिर द्वारा आयोजित ऐसे सर्वश्रेष्ठ कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए।
कार्यक्रम का प्रतिवेदन सहायक प्रधानाचार्य राजेंद्र कुमार गेदर ने पढ़कर सुनाया उन्होंने कहा कि जब से यह विद्यालय स्थापित हुआ है तब से लेकर आज तक शिक्षा के क्षेत्र में इस विद्यालय ने अपनी उत्कृष्टता साबित की है उन्होंने दसवीं बोर्ड के परीक्षा परिणाम पर चर्चा करते हुए बताया कि 64 में से 64 भैया बहिन प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुए थे तथा 90% से अधिक अंक लाने वाले 13 भैया बहिन है। उन्होंने कहा कि 14 सितंबर हिंदी दिवस के अवसर पर इस विद्यालय की बहीन रितु बिश्नोई को मुख्यमंत्री के द्वारा जयपुर हिंदी विषय में 100 में से 100 अंक लाने पर सम्मानित किया गया है यह हमारे लिए गौरव की बात है।