14 Jun 2025, Sat
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डबल मनी का झांसा, तंत्र-मंत्र की चाल: नशे की हलवे से 3 की मौत, एक डॉक्टर और मेडिकल संचालक से 50 लाख की लूट, दो आरोपी मेड़ता से गिरफ्तार

क्राइम रिपोर्टर | दलीप नोखवाल,खाजूवाला

राजस्थान बीकानेर जिले के सीमावर्ती खाजूवाला क्षेत्र में तंत्र-मंत्र और डबल मनी के झांसे में आकर एक दिल दहलाने वाली वारदात सामने आई है। इस सनसनीखेज मामले में एक व्यक्ति की मौत, दो की हत्या और 50 लाख रुपए की लूट का खुलासा हुआ है। वारदात के बाद पुलिस ने दो आरोपियों को मेड़ता रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया है, जबकि मुख्य सरगना तांत्रिक एम. शिवा अभी भी फरार है।

ऐसे रचा गया विश्वास का जाल

11 जून को खाजूवाला पहुंचे गिरोह में कथित तांत्रिक एम. शिवा के साथ अजमेर निवासी शैतानसिंह, विक्रमसिंह और अन्य दो लोग शामिल थे। इन्होंने स्थानीय निवासी गफ्फार खां से संपर्क कर तंत्र-मंत्र के जरिए रुपए डबल करने का दावा किया।
शुरुआत में गिरोह ने गफ्फार से 50 हजार रुपए लेकर एक लाख लौटाए, फिर एक लाख लेकर दो लाख दिए। इस तरह विश्वास कायम किया गया। शैतानसिंह गफ्फार का पुराना परिचित था, जिससे पूरा षड्यंत्र गढ़ा गया।

बताया जा रहा है कि इसके बाद गफ्फार ने एक डॉक्टर से 45 लाख और मेडिकल स्टोर संचालक राजेंद्र पूनिया से 5 लाख रुपए इकट्ठे किए। कुल 50 लाख रुपए की बड़ी रकम इस गिरोह के हाथ लगी।

12 जून की रात बना मौत का हलवा

12 जून की रात तांत्रिक और उसके गिरोह के सदस्य गफ्फार के घर पहुंचे। तंत्र क्रिया के बहाने घर में हलवा और मिठाई तैयार की गई, जिसमें चुपके से नशीली गोलियां मिला दी गईं। यह हलवा गफ्फार, उसके बेटे सलमान, राजेंद्र पूनिया, और गिरोह के दो साथी शैतानसिंह व विक्रमसिंह को खिला दिया गया।

गुरुवार सुबह तीनों गफ्फार, सलमान और राजेंद्र की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें बीकानेर के पीबीएम अस्पताल ले जाया गया। रास्ते में गफ्फार की मौत हो गई, जबकि राजेंद्र को भर्ती कराया गया। वहीं, गिरोह के सदस्य शैतानसिंह और विक्रमसिंह भी नशे की हालत में गाड़ी से पूगल रोड के पास उतर गए, जहां उनकी मौत हो गई।

शवों को फेंक कर भागा तांत्रिक

तांत्रिक एम. शिवा ने अपने साथियों के शवों को शोभासर क्षेत्र के सुनसान इलाके में फेंक दिया और 50 लाख रुपए लेकर फरार हो गया। पुलिस को शुक्रवार सुबह दोनों के शव बरामद हुए। पास में मिले मोबाइल और पहचान पत्रों से उनकी शिनाख्त हुई। दोनों मृतक अजमेर के आदर्श नगर निवासी थे।

पुलिस कार्रवाई में दो गिरफ्तार, मुख्य आरोपी फरार

फोटो:गिरफ्तार किए गए रामस्वरूप ओर मनोज वर्मा।

घटना के बाद खाजूवाला पुलिस हरकत में आई। गहन छानबीन और सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद जोधपुर निवासी रामस्वरूप और झारखंड निवासी मनोज वर्मा को मेड़ता रेलवे स्टेशन से देर रात गिरफ्तार किया गया। ये दोनों आरोपी वारदात के बाद फरार होकर ट्रेन पकड़ने की फिराक में थे।

मुख्य आरोपी एम. शिवा कर्नाटक निवासी है, जिसकी तलाश पुलिस टीमें कर रही हैं। खाजूवाला सीओ अमरजीत चावला और एसएचओ सुरेन्द्र प्रजापत के नेतृत्व में जांच जारी है।

घर से बरामद हुए सबूत

घर की जांच करती पुलिस।

पुलिस को गफ्फार के घर से नींद की गोलियां और तंत्र-मंत्र की सामग्री बरामद हुई है। जांच में यह भी सामने आया कि तांत्रिक क्रिया की रात गफ्फार ने अपनी पत्नी और बच्चों को मायके भेज दिया था, ताकि तांत्रिक क्रिया में कोई बाधा न हो। गफ्फार प्रॉपर्टी का कारोबार करता था, लेकिन पिछले कुछ समय से आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। इसी कारण उसने डबल मनी के चक्कर में जान जोखिम में डाल दी।

बॉर्डर पर संदिग्ध गतिविधि, सतर्कता बढ़ी

खाजूवाला पाकिस्तान सीमा से लगा संवेदनशील क्षेत्र है। इसके बावजूद दो दिनों तक यह गिरोह इनोवा कार से ग्रामीणों के संपर्क में रहा और लोगों को झांसे में लेता रहा। एसपी बीकानेर कावेन्द्रसिंह सागर ने बताया कि वारदात के बाद गिरोह के दो आरोपी मेड़ता रेलवे स्टेशन से पकड़े गए। मुख्य आरोपी एम. शिवा की गिरफ्तारी के लिए टीमें सक्रिय हैं।

फोटो: मृतक गफ्फार खा

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