Zeeupdate rajsthan| Dalip nokhwal
खाजूवाला,
खाजूवाला कस्बे में दिनोंदिन गंभीर होती पेयजल समस्या ने अब जनाक्रोश का रूप ले लिया है। लगातार खराब हो रही जलापूर्ति व्यवस्था और विभाग की उदासीनता के विरोध में गुरुवार को बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने पीएचईडी (जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग) कार्यालय पर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने विभाग के कनिष्ठ अभियंता सुरजाराम लेघा का घेराव कर जबाव मांगा।
ग्रामीणों ने बताया कि पिछले 10 वर्षों से कस्बे की जल डिग्गियों की सफाई नहीं हुई है, वहीं फिल्टर प्लांट से बदबूदार और गंदा पानी सप्लाई किया जा रहा है। कई मोहल्लों में पानी की आपूर्ति पूरी तरह ठप पड़ी है और कुछ इलाकों में तो कई-कई दिनों से एक बूंद पानी तक नहीं पहुंचा। ग्रामीणों का कहना है कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद विभाग के कान पर जूं तक नहीं रेंगी।
प्रदर्शन के दौरान जब ग्रामीणों ने कनिष्ठ अभियंता से जवाब मांगा तो उन्होंने यह कहकर सबको चौंका दिया कि “खाजूवाला में पेयजल की कोई समस्या नहीं है।” इस बयान से आक्रोशित लोगों ने विभागीय कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी की और कार्यालय पर ताला जड़ दिया।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि विभाग अधिकांश समय बिना जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों के चलता है, और पूरा सिस्टम एक संविदा कर्मचारी के भरोसे चल रहा है। इस अवसर पर अधिकारियों ने यह भी खुलासा किया कि पिछले 10-11 वर्षों से खाजूवाला क्षेत्र के लिए कोई बजट ही स्वीकृत नहीं हुआ है, जिससे समस्याएं लगातार बढ़ती जा रही हैं।
प्रदर्शन के पश्चात ग्रामीणों ने खाजूवाला एसडीएम कार्यालय पहुंचकर जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा। इसमें उन्होंने पेयजल संकट का शीघ्र समाधान करने की मांग की। इस दौरान एडवोकेट भूपेन्द्र सिंह शेखावत ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 2 जून तक स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो 3 जून को सम्पूर्ण खाजूवाला बाजार बंद कर व्यापक आंदोलन किया जाएगा।
प्रदर्शन में शामिल प्रमुख लोग:
इस विरोध प्रदर्शन में सीसीबी चेयरमैन भागीरथ ज्याणी, रामप्रताप भादू, मनीराम गोदारा, रामस्वरूप ढाका, रामकुमार सियाग, प्रशांत सोनी, करणाराम जाखड़, हसन खां तेली सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।